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Hindi Sex Story The boy with the sex stories

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Mummy and the friend : sex story

रोहन बाथरुममें खडा था। सतरा अठरा साल की उमर थी उसकी। अपने बायें हाथसे लवडे को सहला रहा था। उसका दरवाजेपर रखा दाया हाथ थरथरा रहा था। दरवाजेसे अंदर वो कुछ झाँकके देख रहा था।

कमीज पहना हुआ आदमी, अपनी कमर पे कसके पकडे हुए दो नंगे घुटनोंके बीच अपनी नंगी गांड जोर जोरो से हिला रहा था। अपरे दोनों घुटने उस आदमी की कमर पर रखकर झटके खाती हुई लेटी औरत सिसकीयाँ भर रही थी. उसके पैर आदमीं के झटकोंसे हिल रहे थे। उसका खुला पेट पसीना पसीना हो चुका था। और ब्लाऊज से बाहर निकले हुए स्तन झटको से हिल रहे थे। वो अपनी आवाज दबाने की पुरी कोशीश कर रही थी। “अंम्हहहह हहहहा अ्हहहं हा” करते हुए वो झटके सह रही थी। उसके ब्लाऊजसे बाहर निकले स्तन जोरोसे हिल रहे थे।

ऊस आदमी ने औरत के पैर थोडे और फैला दिए, अपने दोनों हाथ औरत के कांधोके पास बेड पर रखके वो थोडा चढ गया। और अपने ओठ दांतो के नीचे लाकर बडी जोर अपना लंड उसकी चुतमें घुसेडने लगा. बाथरुममें खडे रोहन को, ऊन दो जांघो के बीचमें जोरोसे उपर नीचें होती हुई गांड दिख रही थी। वो आदमी जोरोंके झटके मार रहा था। झटके सहती औरतने अपने दोनो हाथ आदमी की कमर से होकर गांडपर रखे थे. जैसेकी वो उसकी गांडको पिछेसे अपनी चुत में दबानेकी कोशिश कर रही हो। वो अपनी गर्दन ईधर उधर झुकाके दर्द दबाने की कोशिश कर रही थी। झटके सहते हुए धीमी धीमी आवाज में वो बिलबिला रही थी।
“मदन अंअअ अंअअ मदन हं्मम् मदन ...... ”
अचानक उसकी थोडी बडी आवाजमें चीख निकली
“आह्...... आह् आह्आह्आह् हं्मममममम अ्हंममममम आह आह्आह्आह्आह् ओह् हाहाअहंहह मदन. मदन स्स्स्स्स्स हं हं हं हं स्स् हं हं”
उस औरत के आदमी की कमरसे फैले हुए पैर जोरो से हिल रहे थे। मदन की गांड जोरोसे नीचे आ रही थी। झटको से ऊसके स्तन लपटे खा रहे थे। और वो औरत परमसुख सहते हुए आवाज दबाने की कोशिश कर रही थी।
“आह् आह्आह्आह्आह् हं हं हं आह्आह्आह् अहं हं हं स्स्स्स् हं ”
फैले हुए पैर, जोरोसे उपरनीचे हो रही गांड, हिलते हुए स्तन
हं हं आ्आह् हं हं हं हं हं हं हं आ.....ह् आह्आह् स्स् हं हं
फैले हुए पैर, जोरोसे उपरनीचे हो रही गांड, हिलते हुए स्तन
हं हं हं हं हं हं स्स्स्स् हं आह् हं हं अहं स्स मदन
फैले हुए पैर, जोरोसे उपरनीचे हो रही गांड, हिलते हुए स्तन
आह्आह्आह्आह् मदन स्स् हं हं हं हं स्स् हं हं आह् स्स्स्
फैले हुए पैर, जोरोसे उपरनीचे हो रही गांड, हिलते हुए स्तन
मदनकी मुं से आवाज निकली हा हा हाह् हा ओहा......
रागिनी ने भी चैनभरी सांस ली, पसीने से लतपथ हो चुके उसके स्तन फूली सास की वजहसे उपर उठे हूए थे। मदनने आखिर का झटका दिया और वो लपटकर हिले.
आह्.... रागिनी की मुंहसे आखरी आहट निकली.

मदन रागिनीकी उपर पडा और रागिनीकी गालोंपर अपने ओंठ घुमाने लगा। हसते हसते रागिनी बोली “ हंहं कितनी जोर से आवाज निकाल रहे थे, मुझे लगा रोहन कहीं अपनी रुमसे नीचे ना आ जाए।”
मदनने नजरे उठाकर रागिनीकी आंखोमें आंखे डालके कहा।
“वो नहीं आता, मैंने उसे बताया था, की वो यहांसे ना हिले, उसकी आई उसके मदन अंकलका लाडप्यार करने वाली है।”
बाथरुममें खडा रोहन सब देख रहा था।
रागिनीने लाडसे मदन को चपट मारी। मदन उठा और बाथरुमकी और बढने लगा। रोहन फटाक से दरवाजेसे पिछे हट गया, और दिवारको दबके खडा हो गया। मदन ईधरही आ रहा था। मदनने दरवाजा धकेला और अंदर आ गया। आईने में देखके अपना मुं धोने लगा। पिछे खडा रोहन चुपचाप उसे देख रहा था।

मदन पिछे मुडा और उसने रोहन को देख लिया। रोहन चुपचाप खडा उसे देख रहा था। मदनभी ऊसे चुपचाप देख रहा था। मदनने नजर नीचे झुकाई तो देखा के रोहनका लंड बाहर ही था और तना हुआ था। मदनने फिरसे रोहनकी नजरोंसे नजरे मिलाई । रोहनने मदनको देखते हुए अपने दायें हाथसे लटकाया हुआ तौवल मदनको दे दिया। मदनने अपना चेहरा पोंछा और चेहरेपर मुस्कान लाते हुए, अपनी भुहें उठाते हुए धीमी आवाज में मदन बोला।
i love your mom रोहन.
रोहन बोला,
“थोडा और करोना मदन अंकल, मुझे और देखना है।”
मदन बोला.
“अब नहीं यार । अब घर जाके मेरी बिवी शिवानी को भी तो संभालना है। अगली बार खुब करुंगा। तुम्हारा फेवरेक डॉगी स्टाईल , तुम्हे अपनी मां के हिलते हुए स्तन भी देखने को मिलेंगे।”
रोहन गालोके अंदरही मुस्कुराया और मुस्कुराते हुए मदन बाहर चला गया।

...............................

सोफेपर रोहनके पास बैठे मदनको रागिनीने चाय दी अपने बाल कानोपर संवारते हुए मुस्कुराई और किचन की तरफ चली गई। बंद ब्लाऊज और पुरी साडीमें भी अपनी मां को देखके रोहन बैचेन हो रहा था। क्युंकी उसने कुछ वक्त पहले ही उसको अंकल मदन से चुदवाते हुए नंगा देखा था। और रागिनी को पता ही नही था के रोहनने उसे चुदवाते हुए देख लिया है। और हर बार देखता है।

किचन की तरफ गयी रागिनी को देख मदन रोहनसे बोला। “I'm lucky की तुम्हें ये देखके गुस्सा नहीं मजा आता है।”
रोहन बोला।
“She loves you. She's happy with you. अच्छा लगता है। उसको आपके साथ देखकर।”

चाय खतम होते ही मदन उठा और बोला।
“चलो मैं जाता हुं, मेरी शालिनी तुम्हारी मां जैसी लकी थोडी है, जो अपने पती से भी चुदवाए और उसके दोस्त से भी।”
रोहनने मुस्कुराते हुए उसको आंख मारी और मदन चला गया।

मदन दरवाजे से बाहर जाते ही रोहनने अपना फोन निकाला.

........................

मि. राजीव बिना शर्ट पहने ही बैठे हुए थे। उनकी छाती और पेट नंगा था। अपने बजते हुए फोनको वो देख रहे थे। उन्होने फोन उठाया।
“हां बोलो रोहन बेटा।”
रोहन बोला।
“पापा..... मदन अंकल घरसे निकल चुके है।”
थोडी शांतीसे राजीव बोला।
“रागिनी?”
रोहन बोला.
“खुश थी............. हमेशा की तरह। बोल रही थी की शिवानी कितनी लकी है जो वो रोज तुम्हारे साथ सोती है।"
राजीवने फोन रखा। थोडी देर शांत बैठा और नीचे देखके मुस्कुराया।

राजीवने झुकके अपने हाथ निचे डाले और दो पैर अपने कांधोपर रख लिए। और अपना लंड ऊस चुतमें घुसेडा और जोरोसे झटके देने लगा।

जोरोसे झटके खा रही औरतके स्तन हिल रहे थे. अपना दाया हाथ अपने माथेसे होकर बालो में लेते हुए बोली।
"ओह् राजीव हंहंह़ं रागिनी कितनी लकी है की आह् हंहं.हं रागिनी कितनी लकी है की वो रोज तुम्हारे साथ सोती है।"

राजीव कांधे पे कसके पैरोंको पकडे झटके देते हुए बोला।
"But.......... I love you. ............. Shivani"


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To be continued..............
 
Last edited:
It is a hindi sex story boy. I used that tag also. I can't write a whole story in english I'm not that kind of pro in english.

So sorry. If you can't read hindi. Sorry.
Atleast add pics or fakes in story bro
 
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